Rajasthan ke Lokgeet राजस्थान के प्रमुख लोक गीत Complete notes in Hindi 2025 | Rajasthan Art & Culture

Rajasthan ke Lokgeet राजस्थान के प्रमुख लोक गीत Complete notes in Hindi 2025 

राजस्थान के प्रमुख लोक गीत

यहाँ राजस्थान के प्रमुख लोक गीतों (Folk Songs) से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नों की सूची दी गई है, जो विभिन्न सरकारी परीक्षाओं (जैसे RPSC, REET, पटवारी, शिक्षक भर्ती, पुलिस, SSC आदि) में अक्सर पूछे जाते हैं:


राजस्थान के प्रमुख लोक गीत – महत्वपूर्ण प्रश्न (Important Questions):

  1. ‘पंच पीर’ किस प्रकार का लोकगीत है?
    ➤ धार्मिक लोकगीत

  2. ‘बन्ना-बन्नी’ गीत किस अवसर पर गाए जाते हैं?
    ➤ विवाह समारोह

  3. ‘ढोला-मारू’ गीत किस प्रकार की लोककथा पर आधारित है?
    ➤ प्रेम गाथा

  4. ‘केसरिया बालम’ गीत किस शैली में गाया जाता है?
    ➤ मांड शैली

  5. ‘केसरिया बालम’ गीत किस क्षेत्र से संबंधित है?
    ➤ जैसलमेर / मारवाड़

  6. ‘गोरबन्ध’ गीत किससे संबंधित है?
    ➤ ऊँट की सजावट से

  7. ‘तेजाजी’ के भजन किस लोक परंपरा से जुड़े हैं?
    ➤ लोकदेवता पूजन गीत

  8. ‘पार्वती मंगल’ गीत किस अवसर पर गाया जाता है?
    ➤ सौभाग्य की कामना हेतु, विशेष रूप से विवाहित महिलाएँ गाती हैं

  9. ‘चूमर’ किस प्रकार का लोकगीत है?
    ➤ नृत्य गीत, विशेष रूप से महिलाएं गाती हैं

  10. ‘ढोली’ शब्द किससे संबंधित है?
    ➤ परंपरागत लोक गायक

  11. राजस्थान में किस लोकगीत को विरह गीत माना जाता है?
    ➤ पीपली, लोर, बिरहुला

  12. ‘गावळण’ लोकगीत किससे संबंधित हैं?
    ➤ भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से

  13. ‘पवाड़ा’ गीत किससे संबंधित होते हैं?
    ➤ वीर रस के लोकगीत (वीरता का वर्णन)

  14. ‘तेरहताली’ गीत किस वाद्य यंत्र के साथ गाया जाता है?
    ➤ मंजीरे के साथ

  15. ‘माँड’ क्या है?
    ➤ राजस्थान का शास्त्रीय लोक संगीत शैली

  16. ‘गुग्गाजी’ के गीत किस देवता से जुड़े हैं?
    ➤ लोक देवता गुग्गाजी

  17. ‘पीपाजी के गीत’ किस जिले में अधिक गाए जाते हैं?
    ➤ नागौर

  18. ‘गौरी’ लोकगीत किससे संबंधित हैं?
    ➤ शिव-पार्वती की कथा

  19. ‘लोरी’ किस प्रकार का लोकगीत है?
    ➤ बच्चों को सुलाने के लिए गाया जाने वाला गीत

  20. ‘मारवाड़ी लोकगीत’ की सबसे प्रमुख विशेषता क्या है?
    ➤ वीरता, प्रेम, और संस्कृति की गहराई से जुड़ा होना


📌 नोट्स:

  • लोकगीतों को उनके अवसर (विवाह, पूजा, युद्ध, प्रेम, विरह) के अनुसार समझना परीक्षा में उपयोगी होता है।

  • मांड, चूमर, तेरहताली, पवाड़ा, बन्ना-बन्नी, गोरबन्ध – ये बार-बार पूछे जाने वाले टॉपिक हैं।

 

 

 

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